The Ultimate Guide To कैसे आत्मविश्वास बढ़ाएं
The Ultimate Guide To कैसे आत्मविश्वास बढ़ाएं
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उल्लू ने कहां – तुम चुप रहो, यह मेरी पत्नी है।
एक बार..गुरू ने अपने शिष्य को समझाते हुए, आम के पेंड की कहानी सुनाई – एक आम का वृक्ष था। जिसमे ढेर सारे आम पके हुए थे, एक दिन उस पेंड का मालिक आया और पेंड पर चढ़कर सारे आम तोड़ने लगा।
गाँव में एक बूढ़ा व्यक्ति रहता था। वह दुनिया के सबसे दुर्भाग्यशाली लोगों में से एक था। पूरा गाँव उससे थक गया था; वह हमेशा उदास रहता था, वह लगातार शिकायत करता था और हमेशा बुरे मूड में रहता था।
अगर कभी ऐसी गलती हो भी जाए तो विनम्रता से उस व्यक्ति से माफ़ी मांग ले.
एक रात चार कॉलेज के छात्र देर रात को पार्टी कर रहे थे और अगले दिन के लिए निर्धारित टेस्ट के लिए अध्ययन नहीं कर रहे थे। सुबह उन्होंने एक योजना के बारे में सोचा।
फिर गधे ने हर दिन एक ही चाल चलना शुरू कर दिया। नमक बेचने वाले को चाल समझ में आई और उसने उसे सबक सिखाने का फैसला किया। अगले दिन उसने गधे पर एक कपास की थैली लाद दी।
मूर्ख किसान की पत्नी भी सहमत हो गई और उसने अंडों के लिए हंस का पेट काटने का फैसला किया। जैसे ही उन्होंने पक्षी को मार डाला और हंस और पेट को खोला, कुछ भी नहीं बल्कि मास और खून ही मिल पाया। किसान, अपनी मूर्खतापूर्ण गलती को महसूस करते हुए, खोए हुए संसाधन पर रोने लगा!
हंस ने हंसिनी को समझाते हुए कहा कि किसी तरह यहाँ आज की रात काट लेते हैं, क्योंकि अब मुझे समझ आ गया है कि यह जगह इतना सुनसान क्यों है। इस तरह का उल्लू जिस जगह पर रहेगा वहां वीरान तो रहेगा ना।
पंचतंत्र की कहानी: लकड़हारा और शेर – lakadhara aur sher
इस प्रसंग से सीख – यह कहानी हमें बताती है की गाँधी जी का ह्रदय कितना विशाल था.
व्यक्ति खिसियाता, तिलमिलाता हुआ मौन रह गया।
थोड़ी ही दूर चला था की उसे एक अंधी बुढ़िया दिखाई दी, व्यक्ति की आहाट पाकर अंधी बुढ़िया ने उससे मदद की गुहार लगाई और दयनीय स्वर में बोली, अरे भाई क्या तुम मुझे सड़क की दूसरी ओर एक झोपडी है वहां तक पंहुचा दोगे, आपकी बहुत मेहरबानी होगी।
तेनालीराम और लाल मोर – तेनालीराम की कहानी
उसने गुरूजी से कहा – गुरूजी, मै इतने समय से आपसे ज्ञान अर्जित कर रहा हूँ आपके साथ रहकर कितना कुछ ज्ञान की बातें सीखा है मैने फिर भी टीवी सीरियल अपडेट आप मेरे सवालों का ऐसा उत्तर दे रहे हैं, आपके इस उत्तर ने मुझे अत्यंत दुःख पहुंचाया है।